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Wednesday, 2 October 2013

कभी बोलते समय गांधी जी की टांगें कांप गई थीं

महात्मा गांधी का नाम आते ही मन में गांधीवादी विचारों की पुस्तक खुल जाती है. लेकिन गांधी जयंती के अवसर पर आज हम आपको उनके विचारों और सिद्धांतों से रुबरू कराने नहीं जा रहे हैं. बल्कि उनके जीवन से जुड़े कुछ अनछुए तथ्यों पर प्रकाश डालेंगे जिसे आपने कभी नहीं सुना होगा.

Monday, 30 September 2013

नहीं पसंद तो “राइट टू रिजेक्ट” बटन दबाओ

जनहित से संबंधित जो काम हमारी देश की संसद को करना चाहिए आजकल वह न्यायपालिका कर रही है. उच्चतम न्यायालय ने एक बेहद अहम फैसले में देश के मतदाताओं को यह अधिकार दे दिया है कि वे अब मतदान के दौरान सभी उम्मीदवारों को ठुकरा सकेंगे. इस अधिकार को “राइट टू रिजेक्ट” के नाम से जाना जाता है.

प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व की नई परंपरा शुरू हुई है

भारतीय राजनीति में अर्थशास्त्री से अलग डॉ. मनमोहन सिंह एक समय सोनिया गांधी के लिए तुरुप का पत्ता बनकर सामने आए थे. एक दशक पहले जब कांग्रेस के पाले में लंबे समय बाद जीत की जयकार गूंजी तो सोनिया का विदेशी मूल का होना उनकी सबसे बड़ी परेशानी बन गई.

Saturday, 28 September 2013

देशहित के खिलाफ है आजाद सोशल मीडिया ?

मुजफ्फरनगर दंगों के बाद बुलाई गई राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए सोशल मीडिया को आड़े हाथों लिया।